सच्ची घटना पर आधारित।
सवाल
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Priya rajoriya
कुछ बच्चे रोज़ की तरह अपने ट्यूशन गए शिक्षा को और बढ़ाने के लिए उस बिच उन छोटे से दिमाग में शिक्षा के साथ कुछ सवाल भी घर कर गए क्या थे वो सवाल ऐसा क्या हुआ था उन बच्चों के साथ आईये जानते हैं इस छोटे से हादसे से।एक दिन ट्यूशन पर उन बच्चों को प्यास लगी तब उन्होंने अपनी ट्यूशन वाली शिक्षक से पानी माँगा उस वक़्त उनके पिताजी भी घर थे ,जब शिक्षक ने उन्हें पानी का गिलास थमाया तो पीछे से आवाज़ आई इन्हें गिलास देने की ज़रूरत नहीं हैं बोल दो आई बार से खुद अपना पानी लेकर आगे उस वक़्त शिक्षक ने उन्हें गिलास हाथ में ना थमा कर ऊपर से पानी मुँह में डाल दिया।उन बच्चों के दिमाग में ये सवाल घर कर गया आखिर उनके पिताजी ने ऐसा क्यों किआ।एक बार उनके शिक्षक उनके घर आये थे किसी कम से,शिक्षक ने ना पानी पिया ना ही उनके घरवालों द्वारा बनाई गयी चाय पी।फिर से उनके ज़ेहन में यही सवाल ये हमारे घर का खाते भी नहीं,ना हमे अपनी घर की चीजों से हाथ लगाने देते है।हम तो गंदगी से भी नहीं रहते,इतने गरीब भी नहीं आखिर वजह क्या है।जब बड़े हुए तब समझ आया उन्हें इसे छूआ छूत कहते है जो पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ होता है।पर इंसान तो हम भी हैं जो शिक्षा उन ली है वही हमने भी ली है फिर जाती और धर्म हमे कैसे अलग बनाते हैं।ईश्वर ने सब कुछ तो हमे एक जिस दिया है ।घर ,परिवार ,दोस्त,दुश्मन सब तो एक जिस है फिर क्यों ये हमसे ऐसा बर्ताव करते है ।सवाल जिनका जवाब आजतक नहीं मिला।।