न सोचा था कभी
ऐसा दिन आएगा,
कुछ अनजाने लोग मिलेंगे,
और दिल खिल जाएगा।
अपनों से उम्मीद कर बैठा था,
बेगानों ने तोहफा दे डाला,
क्या कहुं अब?
कुछ कहा नहीं जाता,
शब्दकोष से शब्द,
ढूढा नहीं जाता,
खूशी इतनी मिली हैं कि,
आंखों से आसूं,
अब रोका नहीं जाता।