क्यों मैं तेरा इंतज़ार करती हूं ? क्यों मैं याद तुझे बार बार करती हूं ? कुछ तो था नहीं तेरे मेरे दरमियां, फिर भी मैं क्यों तुझसे प्यार करती हूं ? क्यों तेरी तस्वीर को देखा करती हूं ? क्यों तेरी एक झलक पाने को तरसती हूं ? कुछ वक़्त तो साथ बीते थे कभी, फिर भी मैं क्यों हर बार शिकायत करती हूं ? क्यों कोशिशें बेकार करती हूं ? क्यों तुझपर शब्दों से वार करती हूं ? नहीं है किस्मत में एक दूजे को पाना, फिर भी मैं क्यों कश्ती लिए इस दरिया को पार करती हूं ?...